खेजरोली के लोग सदैव एक दूसरे की मदद के लिये तत्पर रहते हैं |
52000 बीघा भूमि पर बसा इस गॉव की अन्तराष्ट्रीय स्थिति 27°19'43"N 75°41'55"E है |
खेजरोली का मूल शब्द खेजडोली का अपभ्रंश है, खेजडोली खब्द खेजडा से बना है खेजडा एक वृक्ष होता है जिसकी आयु 100 वर्ष से भी अधिक होती है एवं इस पेड की लकडी अत्यधिक उपयोगी होती इस वृक्ष की छाया काफी घनी होती है। इसकी पत्तियों(लूम) को दूध देने वाले पशु अर्थात गाय, भैंस, बकरी एवं भेड काफी पसन्द करते हैं। इसको खाने से उक्त पालतू पशुओं में दूध की वृद्धि होती है। खेजडे के वृक्ष पर सांगरी नामक फल लगता है जो काफी महंगा होता है एवं इसको सुखा कर सब्जी बनाई जाती है। खेजरोली का इतिहास काफी पुराना है। नाम के अनुरूप यहां के लोग बिल्कुल सीधे साधे होते हैं। खेजरोली की आबादी 1,00,000(शब्दे एक लाख व्यक्ति ) के लगभग है। इससे स्पष्ट है कि खेजरोली कहने को तो गांव है लेकिन यह कस्बे से कम नहीं है एवं राजस्थान का सबसे अधिक आबादी वाला गांव है। इससे पूर्व राजस्थान की सबसे अधिक आबादी वाला गांव मनोहरपुर था अब मनोहरपुर गांव नहीं है वहां नगरपालिका बन जाने के कारण वह शहरी क्षेत्र में शामिल हो गया है। खेजरोली में एक 'अ' श्रेणी आयुर्वेदिक औषद्यालय एवं एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है। चार निजी कॉलेज श्री राधास्वामी कॉलेज & गणपती गर्ल्स कॉलेज ओरश आईटीआई केंद्र पेट्रोल पंप के पास खेजरोली, दो राजकीय सीनीयर हायर सैकण्डरी विद्यालय(बालिका एवं बालक), एक राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय एवं लगभग 15 राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय है। इसके साथ ही लगभग 25 निजी विद्यालय हैं। साथ ही इस गांव में लगभग 1210 दुकानें हैं। तथा SBI BANK , oriental Bank of commerce एव्म RMGB (राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक) AU SMALL FINANCE BANK जैसे बडे बैकों के साथ -साथ भारतीय डाक विभाग द्वारा संचालित डाकघर भी निरन्तर अपनी सेवाये दे रहे हैं | इस गांव में बडे-बडे सेठ पैदा हुए हैं जो राजस्थान से बाहर भी अपनी धाक रखते हैं। उनका व्यवसाय कोलकाता, असम, गुजरात, महाराष्ट्र में काफी बडे व्यावसायिक संस्थान संचालित है। इस गांव में सर्वाधिक आबादी अहीर (यादव) समुदाय एवं फिर क्रमश: माली,जाट जाति की है। तत्पश्चात राजपूत, मीणा, ब्राह्मण, बनिया, नाई, रैगर, बलाई, हरिजन, जोगी आदि सभी तरह की जातियां निवास करती है। लेकिन खेजरोली में जैन समुदाय एवं गुर्जर जाति का एक भी परिवार निवास नहीं करता है। खेजरोली हमारी पृथ्वी के 27.20 उत्तरी अक्षांस एवं 75.42 पूर्व देशान्तर पर स्थित है। यहां के लोगों का प्रमुख व्यवसाय कृषि एवं पशुपालन है। यहां की मूंगफली का बीज राजस्थान में प्रसिद्ध है। दक्षिण पूर्वी भाग में तहसील मुख्यालय चौमूं है जहां राजस्थान की प्रसिद्ध सब्जी मण्डी है। इस मण्डी में कुल सब्जियों का 25 प्रतिशत भाग खेजरोली से आपूर्ति किया जाता है। यहॉ पैदा होने वाली प्रमुख सब्जियां टमाटर, मटर, गाजर, शलजम, बैंगन, लोकी , गोभी, तरबूज़, खरबूजा, ककडी, शकरकंद, लहसुन, प्याज, मिर्च, आलू, मूली आदी हैं | इस गांव ने भारत सरकार को अनेक अधिकारी, चिकित्सक, शिक्षक तथा देश की सीमा की सुरक्षा करने के लिये अनेक देशभक्त वीर जवानो को जन्म दिया है |
खेजरोली से ही जिला मुख्यालय जयपुर में कई हजारों लीटर दूध की पूर्ति की जाती है। इसके उत्तर पश्चिमी भाग में अन्य तहसील मुख्यालय श्रीमाधोपुर जिला सीकर स्थित है।
यहॉ के लोग सदैव एक दूसरे की मदद के लिये तत्पर रहते हैं
52000 बीघा भूमि पर बसा इस गॉव की अन्तराष्ट्रीय स्थिति 27°19'43"N 75°41'55"E है |
खेजरोली का मूल शब्द खेजडोली का अपभ्रंश है, खेजडोली खब्द खेजडा से बना है खेजडा एक वृक्ष होता है जिसकी आयु 100 वर्ष से भी अधिक होती है एवं इस पेड की लकडी अत्यधिक उपयोगी होती इस वृक्ष की छाया काफी घनी होती है। इसकी पत्तियों(लूम) को दूध देने वाले पशु अर्थात गाय, भैंस, बकरी एवं भेड काफी पसन्द करते हैं। इसको खाने से उक्त पालतू पशुओं में दूध की वृद्धि होती है। खेजडे के वृक्ष पर सांगरी नामक फल लगता है जो काफी महंगा होता है एवं इसको सुखा कर सब्जी बनाई जाती है। खेजरोली का इतिहास काफी पुराना है। नाम के अनुरूप यहां के लोग बिल्कुल सीधे साधे होते हैं। खेजरोली की आबादी 1,00,000(शब्दे एक लाख व्यक्ति ) के लगभग है। इससे स्पष्ट है कि खेजरोली कहने को तो गांव है लेकिन यह कस्बे से कम नहीं है एवं राजस्थान का सबसे अधिक आबादी वाला गांव है। इससे पूर्व राजस्थान की सबसे अधिक आबादी वाला गांव मनोहरपुर था अब मनोहरपुर गांव नहीं है वहां नगरपालिका बन जाने के कारण वह शहरी क्षेत्र में शामिल हो गया है। खेजरोली में एक 'अ' श्रेणी आयुर्वेदिक औषद्यालय एवं एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है। चार निजी कॉलेज श्री राधास्वामी कॉलेज & गणपती गर्ल्स कॉलेज ओरश आईटीआई केंद्र पेट्रोल पंप के पास खेजरोली, दो राजकीय सीनीयर हायर सैकण्डरी विद्यालय(बालिका एवं बालक), एक राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय एवं लगभग 15 राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय है। इसके साथ ही लगभग 25 निजी विद्यालय हैं। साथ ही इस गांव में लगभग 1210 दुकानें हैं। तथा SBI BANK , oriental Bank of commerce एव्म RMGB (राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक) AU SMALL FINANCE BANK जैसे बडे बैकों के साथ -साथ भारतीय डाक विभाग द्वारा संचालित डाकघर भी निरन्तर अपनी सेवाये दे रहे हैं | इस गांव में बडे-बडे सेठ पैदा हुए हैं जो राजस्थान से बाहर भी अपनी धाक रखते हैं। उनका व्यवसाय कोलकाता, असम, गुजरात, महाराष्ट्र में काफी बडे व्यावसायिक संस्थान संचालित है। इस गांव में सर्वाधिक आबादी अहीर (यादव) समुदाय एवं फिर क्रमश: माली,जाट जाति की है। तत्पश्चात राजपूत, मीणा, ब्राह्मण, बनिया, नाई, रैगर, बलाई, हरिजन, जोगी आदि सभी तरह की जातियां निवास करती है। लेकिन खेजरोली में जैन समुदाय एवं गुर्जर जाति का एक भी परिवार निवास नहीं करता है। खेजरोली हमारी पृथ्वी के 27.20 उत्तरी अक्षांस एवं 75.42 पूर्व देशान्तर पर स्थित है। यहां के लोगों का प्रमुख व्यवसाय कृषि एवं पशुपालन है। यहां की मूंगफली का बीज राजस्थान में प्रसिद्ध है। दक्षिण पूर्वी भाग में तहसील मुख्यालय चौमूं है जहां राजस्थान की प्रसिद्ध सब्जी मण्डी है। इस मण्डी में कुल सब्जियों का 25 प्रतिशत भाग खेजरोली से आपूर्ति किया जाता है। यहॉ पैदा होने वाली प्रमुख सब्जियां टमाटर, मटर, गाजर, शलजम, बैंगन, लोकी , गोभी, तरबूज़, खरबूजा, ककडी, शकरकंद, लहसुन, प्याज, मिर्च, आलू, मूली आदी हैं | इस गांव ने भारत सरकार को अनेक अधिकारी, चिकित्सक, शिक्षक तथा देश की सीमा की सुरक्षा करने के लिये अनेक देशभक्त वीर जवानो को जन्म दिया है |
खेजरोली से ही जिला मुख्यालय जयपुर में कई हजारों लीटर दूध की पूर्ति की जाती है। इसके उत्तर पश्चिमी भाग में अन्य तहसील मुख्यालय श्रीमाधोपुर जिला सीकर स्थित है।
1 comment:
Nice to see the blog about the village.
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